Friday, December 9, 2016

Divorce and Waiting Period

🌙SAHIH DEEN صحيح دين🌙

तलाक़ और इद्दत
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✅खुला - व्याख्या और आदेश✅

खुला मतलब किसी चीज़ का निकलना या उतारना. ये मसले में इसका मतलब है की औरत को निकाह के बंधन को निकलना. अल्लाह त'आला ने शौहरों को तलाक़ का अधिकार दिया है और पति - पत्नी के अधिकारों के संतुलन के लिए औरतो को खुला का अधिकार दिया है. निकाह को ख़त्म करने के लिए अपने कब्ज़े की कुछ चीज़ सामने वाले को मुआवज़े के तौर पे देने का मतलब खुला है. औरत को ये संधि कबूल करनी होगी वरना खुला जाइज़ न माना जाएगा. कहे जाने वाले अलफ़ाज़ तय होते है और उसके शिव किसी शब्दो का प्रयोग करने से खुला नहीं होता.

मसला:
अगर मिया बीवी के बीच लगातार बहस हो रही है और ये डर हो के शरीअत के कानून की हद्द पार हो सकती है तो खुला करने की उन्हें इज़ाज़त दे देनी चाहिए. एक बार खुला होने पर तलाक़ लागू हो जाता हैऔर औरत को वो सब चीज़ दे देनी चाहिए जो उसने तय किया था.
(हिंदिया, बहार)

मसला:
मैहर में जो चीज़े दे सकते है उसे खुला के वक़्त वापिस दी जा सकती है और जो चीज़े मैहर में न दी जा सके उसे भी खुला के वक़्त वापिस दे सकते हैं. मिसाल के तौर पे, दस दिरहम से कम मैहर नहीं देनी चाहिए मगर यह खुला के वक़्त वापिस दी जा सकती है.
(दुर्र ए मुख़्तार)

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