Tuesday, December 13, 2016

Divorce and Waiting Period

🌙SAHIH DEEN صحيح دين🌙

तलाक़ और इद्दत
Post 045

✅खुला - व्याख्या और आदेश - 05✅

मसला:
अगर खुला के बदले में शराब, सुवर का गोश्त या मुर्दा जानवर हो और कोई मौद्रिक वस्तु न हो तो खुला नाजाइज़ है मगर एक न रुजू होने वाली तालाक जाइज़ है और औरत पे कोई बोझ नहीं है. अगर औरत के पास कुछ नहीं है और कहती है 'मुझे खुला चाहिए मेरे हाथ में जो है उसके बदले में' और उसका शोहर राज़ी हो जाए तो औरत को कुछ देना ज़रूरी नहीं रहता.
(दुर्र ए मुख़्तार, जोहरा)

मसला:
अगर शोहर कहलक करवाने की बात करे और उसकी निय्यत तलाक़ की हो और उसकी बीवी क़ुबूल करले तो ये एक न रुजू करने वाली तलाक़ है और मैहर रद्द नहीं होंगी, इसको भरनी ही होंगी. अगर औरत ये क़ुबूल नहीं करती फिर भी यही कानून लगेगा. अगर शोहर कहे के वो तलाक़ की निय्यत से नहीं कहा था तो ये तब तक जाइज़ न होंगी जबतक औरत क़ुबूल न करले. अगर शोहर कहे की मैं तुझे खुला देता हू ये चीज़ के लिए तो ये तब तक जाइज़ न होंगी जबतक औरत उसे क़ुबूल न करले. औरत के क़ुबूल करने के बाद अगर शोहर कहे के उसका मतलब तलाक़ नहीं था तो उसके अल्फाज़ो को नहीं माना जाएंगे.
(खानिया, बहार)

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