Wednesday, September 28, 2016

मुहर्रम - मुहर्रम और इमाम हुसैन की विशेषता

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❄मुहर्रम और इमाम हुसैन की विशेषता❄
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🎉रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम) से खुश ख़बर🎉

हजरत उम्मुल फधल (रदि'अल्लाहो त'आला अन्हा), [रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) की चाची], रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) की अदालत में अर्ज़ करती है कहती है कि रात के दौरान उन्होंने ने एक भयानक सपना देखा था. रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) ने उनसे पूछा की वह क्या था?, जिस पर उन्होंने कहा कि यह बहुत गंभीर था (इसलिए वह यह उल्लेख करने की आशंका रखती थी). जब रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) ने दूसरी मर्तबा बताने को ज़ोर किया, तो उन्होंने बताया की उन्होंने देखा की उनसे रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) के मुबारक शरीर का एक हिस्सा अपनी गोद से गिरते हुए देखा. इस पर रसूलअल्लाह (सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम) ने कहा है कि उन्होंने एक अच्छा सपना देखा था और इसका मतलब यह था की अल्लाह त'आला उनकी बेटी हज़रात फातिमा तुझ ज़ोहरा (रदि'अल्लाहो त'आला अन्हा) को एक बेटा प्रदान करेंगे और वह हज़रात उम्मुल फधल के गोद में बच्चे को रख देंगी.
तदनुसार, हज़रात फातिमा तुझ ज़ोहरा (रदि'अल्लाहो त'आला अन्हा) ने इमाम हुसैन (रदि'अल्लाहो त'आला अन्हु) को जन्म दिया और उन्हें उम्मुल फधल के गोद में रख दिया।
[मिश्कात शरीफ, पृष्ठ 572]

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