Monday, November 14, 2016

Divorce and Waiting Period

🌙SAHIH DEEN صحيح دين🌙

तलाक़ और इद्दत
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🗂इद्दत में शोक करना ज़रूरी - 04🗂

⚠ मसला:
▶ शोक करना ये इस्लाम और शरीअत का कानून है. अगर औरत को अपनी तलाक़ या अपने शोहर के इन्तेक़ाल के बाद आज़ादी पसंद है फिर भी उसपर तलाक़ वाजिद है.

⚠ मसला:
▶ औरत के लिए ये ज़रूरी है की वह इद्दत गुज़ारे और शगोक करे अगर न्यायालय उसकी तलाक़ करवा दे. (और यह इस्लामिक कानून के हिसाब से भी तलाक़ गिनी जायेगी).

⚠ मसला:
▶ अगर एक जवान लडकी बेवा या उसका तलाक़ हो जाए तो उसपर शोक करना ज़रूरी नहीं.

⚠ मसला:
▶ जिस औरत को कायमी तलाक़ दिया गया हो उसपर ये ज़रूरी है की वो उसी घर में रहे मगर अपने शोहर से पर्दा करे. और जिस औरत को एक या दो तलाक़ दी गयी हो वह श्रृंगार कर सकती है और उसे शोक नहीं करना चाहिए.

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