Wednesday, November 16, 2016

Divorce and Waiting Period

🌙SAHIH DEEN صحيح دين🌙

तलाक़ और इद्दत
Post 024

🚯जहालत के दौर में इद्दत - 02🚯

'जब एक औरत के शोहर का इन्तेक़ाल हो जाता था तो उसे एक छोटे से घटिया कमरे में रखा जाता था और एक साल तक बदतर कपडे पहनाये जाते थे और खुसबू लगाने या अपने जिस्म को साफ़ करने के लिए इज़ाज़त नहीं थी. एक साल गुजरने के बाद, एक जानवर जैसे की गधा या बकरी या एक पक्षी को उसके पास लाया जाता था और अपने जिस्म के निजी हिस्से पे उस जानवर को रगड़ा जाता था.

क्योंकि वो एक साल तक बेहद स्वास्थ्यकारी जगह पर रहती थी उसकी वजह से उसे बहुत से रोग और बिमारी लग जाती थी, ज्यादातर वह जानवर जिसको उसके जिस्म से रगड़ा जाता था वो मर जाता था. इसके बाद वो उस छोटे से कमरे से बाहर आती थी और फिर उसे ऊंट का गोबर अपने जिस्म पर डालने के लिए दिया जाता था. ये एक निशानी होती थी की उसकी इद्दत अब ख़त्म हुई और इसका यही मक़सद था की उसका बुरा वक़्त चला जाए जैसे वह ऊंट के गोबर को फेकती है. इसके बाद उसे खुसबू के इस्तेमाल करने पे छूट थी. (ये चीज़े जादू टोना और मुसीबतो को दूर करने में मददरूप है इस माना जाता था).

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