Wednesday, October 26, 2016

Divorce and Waiting Period

🌙SAHIH DEEN صحيح دين🌙

Divorce and Waiting Period
Post 003

✅तलाक़ को क्यों हलाल किया गया?✅

इस्लाम का उद्देश्य यह है कि सभी मुमकिन कोशिश कि जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित किया जाए की जो मर्द और औरत एक निकाह में हो वो अपनी ज़िन्दगी में हमेशा साथ रहे। अगर उन दोनों के बीच असहमति या गलतफहमी पैदा होती हैं तो उनके परिवार और साथ वाले लोगो को उनकी गलतफहमी स्पष्ट करने और उन दोनों के बीच शांति बनाने में उनकी मदद करनी चाहिए। अगर सुलह के सभी प्रयास कर लिए गए, लेकिन कुछ मतभेदों को हल न कर सके और यह दर है कि वे अल्लाह त'आला की सीमा का पालन करने में सक्षम नहीं होंगे, और निकाह के फायदे और उद्देश्य खो जाएगा, तो उनकी एक दुसरे के लिए नफरत और ना पसंदगी के लिए उन्हें साथ रहने के लिए मजबूर नहीं किया जाए.

इस मामले में, उनकी भलाई के लिए, उनके परिवार और समाज की भलाई के लिए, वो मर्द को उसकी बीवी को तलाक़ देने से नहीं रोकना चाहिए. निकाह को ख़त्म करने का दूसरा तरीक़ा ये है की औरत अपने शोहर को कुछ दे और एक इस्लामिक न्यायाधीश (क़ाज़ी) के पास जाकर निकाह को रद्द (खुला) कर दे. चौथा तरीक़ा ये है की जो दो शख्स ने निकाह होने के वक़्त वकालत दी थी वो इस निकाह को रद्द और समाप्त करदे।

🌹🌹🌹
🌙SAHIH DEEN صحيح دين🌙
👑Sufyan 📲+918460300402